मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर +2 विद्यालय, लोहरदगा की स्थापना वर्ष 2007 में हुई | प्रसिद्ध समाजसेवी स्वर्गीय मनोहर लाल अग्रवाल जी ने इस विद्यालय के लिए 3 एकड़ जमीन विद्या विकास समिति, झारखण्ड को दान दी | उन्होंने कार्य आरंभ करने के लिए 1 लाख रूपये की नकद राशि भी दान दी | विद्या मंदिर की स्थापना के बाद उनका सपना था कि भैया-बहनों को इंटर स्तर तक की पढ़ाई भी सुलभ हो और यहाँ के जनजातीय भैया-बहनों को दूर कहीं नहीं जाना पड़े, इसलिए न सिर्फ ढाँचागत बल्कि समाज को जोड़ते हुए अन्य प्रकार के विकास पर भी तेजी से कार्य करते हुए विद्यालय को मूर्त रूप दिया। आज विद्या विकास समिति, झारखण्ड से सम्बद्ध और झारखण्ड अधिविद्य परिषद् (झारखण्ड सरकार) से स्थाई प्रस्वीकृति प्राप्त यह विद्यालय नित्य नई ऊँचाईयों को छू रहा है |
विद्यालय में खेलकूद के लिए बड़ा मैदान है। खेल-कूद के अनेकों साधन व सामग्रियाँ उपलब्ध हैं| परिसर को सुसज्जित बनाने के लिए बागवानी का विकास हो रहा है। आगंतुकों के विश्राम के लिए और बहनों को मनोरंजन के लिए पार्क, बेंच और झूले लगाए गए हैं। विद्यालय में प्रयोगशालाएँ और पुस्तकालय व्यवस्थित हैं | पर्याप्त संख्या में कमरे, कार्यालय, आचार्य और प्रधानाचार्य कक्ष, भैया-बहनों के लिए अलग-अलग शौचालय एवं प्याऊ भी हैं। इसके अतिरिक्त सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से चहारदीवारी एवं सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। किशोरी स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए बहनों के लिए विशेष निःशुल्क चिकित्सा व्यवस्था है। भैया बहनों को नियमित योग सिखाया जाता है और उनके व्यक्तित्व विकास को लेकर भी प्रशिक्षण दिया जाता है। विद्यालय में 15 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं कर्मी हैं। प्रत्येक सप्ताह प्रायोगिक कक्षाएँ ली जाती हैं एवं प्रत्येक तीन माह में परीक्षा होती है| प्रत्येक वर्ष संस्कृति ज्ञान परीक्षा और मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष कक्षाएँ चलाई जाती हैं। रोजगारोन्मुख मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण के साथ भैया-बहनों के संपूर्ण विकास के लिए अभिभावक संपर्क भी किया जाता है।